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Sourav Joshi Vlogs Success Story In Hindi, सौरव जोशी सफलता की कहानी

    Sourav Joshi Vlogs Success Story In Hindi, सौरव जोशी सफलता की कहानी

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    हम बात कर रहे है सौरव जोशी के बारे में इनका जन्म 8 सितम्बर 1999 को कौसानी के एक छोटे से गांव में हुआ जो डिस्ट्रिक बागेश्वर उत्तराखंड में स्थित है। परिवार में सौरव के अलावा उनके पापा, मम्मी-हेमा जोशी, भाई-साहिल जोशी के सा-साथ उनके चचेरे भाई प्यूष, दादा और दादी जी भी रहते है।

    सन 1997 में उनके पापा काम की तलाश में दिल्ली आ गए थे क्योकि परिवार की स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी इसलिए उनके फादर दिन रात मजदूरी करके घर का खर्चा चलाया करते थे।

    दिल्ली में कुछ साल बिताने के बाद उनके फादर हरियाणा डिस्टिक में स्थित हासी शहर में चले आये जहा वह घरो में P.O.P का काम किया करते थे। परिवार का खर्चा चलाने के लिए उनके फादर ने दिन रात काम किया लेकिन अपने बच्चो के लिए उन्होंने कोई कमी नहीं की।

    Unstable काम के चलते उनके फादर को कई बार घर बदलना पड़ा करीब नौ घर बदलने के बाद Finely अपने किरायेदार से उन्होंने माकन खरीद ही लिया। जिसके फल स्वरूप सौरव ने अपने क्लास 12th तक 5 स्कूल बदल दिए थे।

    वो पढ़ने में एक एवरेज स्टूडेंट थे इसीलिए इंटरमीडिएट में मार्क्स उतने अच्छे नहीं आये तो अब उन्हें अपने फ्यूचर की टेंशन सताने लगी वो परेशान थे की अब आगे क्या किया जाये।

    दोस्तों और रिस्तेदारो के सलाह के बाद उन्होंने आर्किटेक्चर करने की सोची इसलिए वो इसकी तैयारी करने के लिए दिल्ली चले गए। एक साल के इस कोचिंग के दौरान उन्होंने काफी कुछ सीखा जैसे विज़ुअल रिप्रजेंटेशन, प्रेस्पेक्टिव ड्राइंग और बहुत कुछ।

    उन्हें अब ड्राइंग में काफी इंट्रेस्ट आने लगा पर दिल्ली में रहे हुए एक साल की कोचिंग से कड़ी मेहनत के बाद भी आर्किटेक्चर में उनका सिलेक्शन नहीं हो पाया और वह वापस अपने घर आ गए और वह काफी परेशान थे उन्हें लगा की वो अब फ्यूचर में कुछ ज्यादा नहीं कर पाएंगे।

    यहाँ तक की वो इतने हतास थे की अब वह अपने फादर के साथ साइट पर जाकर POP का काम तक करने लगे लेकिन ड्राइंग के प्रति उनकी दीवानगी काफी हद तक बढ़ चुकी थी इसलिए वह खाली समय में ड्राइंग किया करते थे।

    यूट्यूब सफ़र

    कहते है वक्त सबका बदलता है बात है 2017 की जब उनके एक भाई शुभम जोशी ने सौरव के स्केच और ड्राइंग देखने के बाद सौरव को सलाह दी की भाई तुम काफी अच्छी ड्राइंग बनाते हो तुम्हे इसे दुनिया को दिखाना चाहिए इसलिए तुम यूट्यूब पर एक आर्ट चैनल बना लो।

    अपनी उस भाई की बात मानकर उन्होंने अपना पहला आर्ट से रिलेटेड चैनल क्रिएट किया जहा 24 जुलाई 2017 को उन्होंने अपनी पहली वीडियो अपलोड की जिसका टाइटल था की “Drawing 2000 Note With Color Pencil”

    अब वह धीरे-धीरे करके एक से बढ़कर एक अपनी ड्राइंग की वीडियो अपलोड करने लगे और कई बार चैनल का नाम चेंज करने के बाद आखिर कर उन्होंने अपने चैनल का नाम सौरव जोशी आर्ट्स रख लिया।

    समय के साथ-साथ उन्हें यूट्यूब पर अपना कंटेंट क्रिएट करते हुए काफी मजा आने लगा वैसे वह यूट्यूब पर आने से पहले अपने फ़ोन से रैंडम वीडियो अपनी फॅमिली के साथ बनाया करते थे। ताकि वो उसे एक याद की तरह सहेज कर रख सके।

    इधर वह अपने ड्राइंग चैनल पर लगातार वीडियोस डालने लगे लेकिन 250 से 300 वीडियो डालने के बाद भी वह सिर्फ 3K से 4K सब्सक्राइबर ही गेन कर पाए थे।

    एक हार्ड वर्किंग Youtuber के लिए ये स्टेप काफी Frustrating करने वाली बात थी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने बढ़ते यूट्यूब एक्सपेरिंस के साथ वह ट्रेंडिंग टॉपिक के साथ वह स्केच बनाने लगे जिनमे से कई वीडियो वायरल भी हुयी।

    अब वह अपने सब्सक्राइबर के डिमांड पर ड्राइंग के टुटोरिअल भी बनाने लगे जिसके फल स्वरूप उनकी स्किल्स और भी ज्यादा इन्हेंसे हो गयी और वह अपनी फॅमिली के साथ रैंडम वीडियो बनाया करते थे इसलिए उन्होंने सोचा क्यों ना इन्हे अपने सब्सक्राइबर के साथ शेयर किया जाये।

    इसलिए फ्लाइंग बीस्ट से इंस्पायर होकर उन्होंने एक व्लॉगिंग चैनल क्रिएट किया और व्लॉग वीडियो अपलोड करना स्टार्ट कर दिया।

    अपनी पसंदीदा स्केच आर्टिस्ट की डेली लाइफ को जानने के लिए उनके सब्सक्राइबर ने उनके व्लॉगिंग चैनल देखना भी स्टार्ट कर दिया और जल्द ही उनकी व्लॉगिंग चैनल पर 20k सब्सक्राइबर भी पुरे हो गए लेकिन यूट्यूब में गूगल एडसेन्स की पालिसी के तहत आपको अपना एड्रेस वेरीफाई करना पड़ता है।

    लेकिन इतने घर चेंज करने के कारण उनका एड्रेस वेरीफाई नहीं हो पाया जिसका नतीजा ये निकला की उनका एडसेन्स अकाउंट ही ससपेंड हो गया।

    इसलिए उन्होंने फिर से अपना एक व्लॉगिंग चैनल क्रिएट किया यूट्यूब के Monetization के सारे स्टेप्स को क्लियर करने के बाद भी उनका एड्रेस फिर से वेरीफाई नहीं हो पाया और ये चैनल भी Demonetize हो गया लेकिन कहते है ना हार मत मानो लगातार प्रयाश करते रहो।

    इसलिए सौरव ने हार नहीं मानी और Finally उनकी तीसरी व्लॉगिंग चैनल का एडसेन्स अकाउंट Monetization के लिए Activate हो गया।

    इसमें अपने आर्ट वाले चैनल में बिजी रहने के कारण वो अपने सौरव जोशी व्लॉगस वाले चैनल में वीडियो अपलोड नहीं कर पाते थे। साथ में कॉन्फिडेंस के कमी के चलते उन्हें पब्लिक यहाँ तक की घर वालो के सामने व्लॉग करने में हेजिटेशन होती थी और दूसरी तरह वह अपने आर्ट्स वाले चैनल से काफी पॉपुलर हो चुके थे।

    इसके अलावा उन्होंने कई आर्ट वर्कशॉप अटेंड और आर्गनाइज्ड भी की जहा वह स्टूडेंट्स को आर्ट डिज़ाइन करना सिखाया करते थे और इसके बाद कई कम्पनी उन्हें स्पोंसर भी करने लगी। जिसकी बदौलत उन्हें इंडिया आर्ट फेयर Comicon जैसे इवेंट में जाने का मौका भी मिला वैसे अपने इंटरमीडिएट के 3 साल के गैप के बाद उन्होंने फाइनली बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट में एडमिशन ले ही लिया।

    लेकिन देश में बढ़ते कोरोना के चलते इंडिया में 24 मार्च 2020 को नेशनल वाइड Lockdown लग गया था जिससे अब सौरव को Vlogging करना मुश्किल हो गया था इसलिए Lockdown के पहले ही दिन सौरव ने ठान लिया था की डेली वह घर में व्लॉगिंग करेंगे अपने फॅमिली के साथ यानि उन्होंने टारगेट सेट किया 365 व्लॉगस 365 दिनों में करने के लिए।

    वह 23 मार्च 2020 का ही दिन था जिस दिन के बाद से उन्हें एक अलग पहचान मिली उन्होंने ड्राइंग With My Family Members वाली वीडियो अपलोड कर दी और अपलोड होने के कुछ ही घंटो में पुरे देश में ये वीडियो वायरल हो गयी और सब्सकिरबेर्स की मानो बाढ़ सी आ गयी।

    इस वीडियो के अच्छे Response के बाद वह काफी मोटीवेट हो गए और वह अपनी डेली लाइफ के होने वाली इंसिडेंट को वो अपलोड करने लगे जिसे दर्शको ने काफी पसंद किया लेकिन लोगो के प्यार के साथ-साथ उन्हें हेट भी मिलने लगी। अक्सर लोग उन्हें यही कहते की क्या फालतू फॅमिली की चीज़े दिखता रहता है।

    लेकिन हेट की परवाह ना करते हुए वो डेली व्लॉगस बनाने लगे। उनकी वीडियो में उनकी सिंप्लीसिटी और Down To Earth की Personality की वजह से लोगो को उनका कंटेंट काफी पसंद आने लगा।

    लोग उनके व्लॉग से अपने आप को काफी हद से कनेक्ट करने लगे ऊपर से प्यूष की नटखट हरकते और ऊपर से मम्मी जी की डाट, पापा जी का प्यार और दादी जी का स्वैग एक अलग ही लेवल देखने को मिलता है जो सौरव जोशी व्लॉगस में चार चाँद लगाता है।

    और सच में उनके व्लॉगस काफी एडिक्टिव होती है वो अपने आपको अपने ऑडियंस के साथ काफी अच्छी तरीके से कनेक्ट करते है और कई लोग उनकी वीडियो से रिलेट करते है।

    इसके बाद इन्होने यूट्यूब के काफी माइलस्टोन को कम्पलीट किया और Finally 26 जून 2021 को वो इंडिया के नंबर 1 व्लॉगर बने और सौरव जोशी पुरे देश में ही नहीं बल्कि पुरे वर्ल्ड और अपने राज्य और देश का नाम रोशन कर रहे है।

    सौरव जोशी के बारे में कुछ फैक्ट्स

    1. सौरव जिस फेवरेट स्केच पेपर में अपना ड्राइंग किया करते थे आज वही स्केच और ड्राइंग ब्रांड इन्ही आल्टो इनके द्वारा बनायीं गयी अम्मा जी के ड्राइंग को कवर पेज Use करता है।

    2. Teen Age में सौरव इमो बॉयज फैशन से काफी इंस्पायर्ड थे।

    3. सौरव के चचेरे भाई प्यूष का भी बहुत बड़ा हाथ है उनके व्लॉगिंग की सक्सेस में व्लॉगस के बिच में नटखट सरारते करना और कॉमेडी करना काफी हद तक उनकी पॉपुलरटी को बच्चो के बिच बनाता है और हर सुबह उनके वीडियो का इंतजार लाखो लोगो को रहता है।

    तो दोस्तों सौरव जोशी आज एक नाम ही नहीं बल्कि एक ब्रांड भी बन चूका है अपने डेडिकेशन और हार्डवर्क कंसल्टेन्सी की वजह से आज ये इंडिया के नंबर 1 व्लॉगर है।

    उन्होंने आज समय के साथ कदम मिलाकर अपनी ये सक्सेस अचीव की है उनकी वीडियो में झलकने वाला उनका Behavior, Down To Earth Personality Humbleness Simplicity शो ऑफ ना करना उन्हें सभी व्लॉगर से अलग बनाता है उनकी वीडियो को देखकर एक अपनापन सा फील होता है कुछ ऐसा की मानो वह हमसे कितना रिलेट करता है।

    लेकिन एक समय में उनके परिवार की हालत उतनी सही नहीं थी की वह रहने के लिए घर तक अफोर्ट कर सके लेकिन आज सौरव की हुनर की वजह से उनका पूरा परिवार अच्छी तरीके से अपना जीवन व्यापन व्यतीत कर रहा है और इतनी छोटी सी उम्र में सौरव इतना Capable है की अपने दम पर Luxury गाड़ी और माकन तक खरीद लिया है।

    वो कहते है की जो मेरे मम्मी पापा का सपना है मैं उन्हें पूरा करूँगा उनके पेरेंट्स की मुश्कान बताती है की उनके बेटे ने उनका नाम कितना रोशन किया है तो दोस्तों जिस तरीके से हमारे माँ बाप राज कुमार या राजकुमारी की तरह पालते है उसी तरीके से हम सभी का फर्ज बनता है की उनके बुढ़ापे में हम लोग उन्हें राजा और रानियों की तरह रखे।

     

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