Skip to content

शेर और चूहा की कहानी, Sher Aur Chuha Ki Kahani,Hindi Short Stories

    शेर और चूहा की कहानी, Sher Aur Chuha Ki Kahani,Hindi Short Stories

    बच्चों के लिए लघु कथाएँ

    एक बार की बात है,एक शेर पेड़ के नीचे आराम कर रहा था तभी अचानक उसे कुछ आभास हुआ कि कोई छोटा सा कीड़ा या जानवर उनको परेशान कर रहा है तो उसने अपने पंजे से उसको पकड़ लिया

    देखा तो एक चूहा था

    शेर ने कहा कि तुम्हारी इतनी हिम्मत कैसे हुई कि तुम मेरी मस्ती कर रहे हो

    चूहे ने माफी मांगी की मालिक मुझे माफ़ कर दो

    मैं तो खेलता खेलता इधर आ गया

    लेकिन शेर ने बोला कि नही मैं तुम्हे सबक जरूर सिखाऊंगा ताकि अगली बार तुम्हे याद रहे कि मैं कौन हु ?

    चुहा बोला कि आपको कोन नही जानता आप तो जंगल के राजा है

    कृपया मुझे माफ़ कर दे मैं भी आपके कभी काम आ सकता हूं

    इतने में शेर जोर जोर से हंसने लगा और बोला इतना सा जानवर मेरे क्या काम आएगा लेकिन शेर ने उनको माफ कर दिया

    अब एक दिन एक शिकारी ने उसी शेर को जाल में फंसा लिया

    तभी वहां वो चूहा आया और जाल को कुतरने लगा

    और धीरे धीरे चूहे ने सारा जाल कुतर दिया

    और शेर को आजाद कर दिया शेर बहुत खुश था

    क्योंकि उसकी मदद उनके नए दोस्त ने की थी

    अब दोनों अच्छे दोस्त बन गए

    सीख:- हमे भी माफ करना सीखना चाहिए क्योंकि एक दिन चूहे की तरह हमारी भी कोई न कोई जरूर मदद करेगा…

     

    शेर और चूहा की कहानी, Sher Aur Chuha Ki Kahani,Hindi Short Stories, शेर और चूहा की कहानी,शेर और चूहा,शेर और चूहे की कहानी,शेर और चूहे,sher aur chuha,चूहा और शेर की कहानी,शेर और चूहा hindi fairy tales,sher aur chuha ki kahani,hindi stories,moral stories,शेर और चूहा की कहानी लिखी हुई,शेर और चूहा की कहानी हिंदी में,शेर और चूहा बिल्ली की कहानी,sher aur chuhe ki kahani,sher aur chuha kahani,sher aur chuha ki kahani hindi mein,#शेर और चूहा की कहानी,hindi moral stories,stories in hindi,शेर चूहा की कहानी,शेर और चूहा कहानी

    close