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शार्क टैंक इंडिया क्या है?

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    शार्क टैंक इंडिया क्या है?

    Shark Tank Kya Hai: भारत के टेलीविजन पर कई तरह के रियलिटी शो दिखाए जाते हैं, जो मनोरंजन आधारित होता है। कई सारे रियालिटी शो गाने, डांस परफॉर्मेंस, क्विज जैसे विषयों पर प्रसारित हो चुके हैं। लेकिन शायद पहली बार ऐसा कोई शो है, जो बिजनेस आधारित रियलिटी शो है।

    जिसका उद्देश्य भारतीय युवा को खुद का रोजगार शुरू करने के लिए प्रेरित करना है। उसका नाम शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) है। भारत अन्य क्षेत्रों साथ उद्यमी (Entrepreneur) के क्षेत्र में भी काफी उपलब्धियां हासिल कर रहा है।

    कई सारे युवा आज छोटे पैमाने पर स्वयं का रोजगार शुरू करके उपलब्धि हासिल कर रहे हैं। ना केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी बिजनेस के क्षेत्र में उपलब्धियां प्राप्त कर रही है। आज भारत में कई सारी महिला उद्योगपति हैं, जिन्होंने बिजनेस के क्षेत्र में बहुत बड़ा मुकाम हासिल किया है।

    इंट्रप्रेन्योर क्षेत्र भारत इकोनामिक ग्रोथ के लिए काफी फायदेमंद है। ऐसे इंट्रप्रेन्योर्स को बढ़ावा देने के लिए सोनी इंटरटेनमेंट टेलीविजन पर “शार्क टैंक इंडिया” नाम का शो प्रसारित किया जाता है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से इसके बारे में सब कुछ जानते हैं।

    शार्क टैंक क्या है? (Shark Tank Kya Hai)

    सार्क टैंक इंडिया 20 दिसंबर 2021 में सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन चैनल पर प्रसारित होने वाला बिजनेस आधारित रियलिटी शो है। भारत के उभरते एंटरप्रेन्योर्स के बिजनेस आइडियाज और उनके द्वारा चलाए जा रहे बिजनेस को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही इस शो की शुरुआत की गई।

    इस शो में छोटे-छोटे स्टार्टअप शुरू करने वाले कई सारे एंटरप्रेन्योर भाग लेते हैं और वे अपने बिजनेस आइडिया को शो के जजेस जिन्हें सार्क्स कहा जाता है, उनके सामने प्रस्तुत करते हैं। इस शो में जो शार्क्स हैं, वे अलग-अलग क्षेत्रों में एक सफल बिजनेसमैन है। जिन्होंने बिजनेस के क्षेत्र में बहुत बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। वह इस शो में भाग लेने वाले कंटेंस्टेंट के बिजनेस आइडियाज का आंकलन करते हैं।

    शार्क टैंक इंडिया शो भले ही रियालिटी शो हो लेकिन यह दूसरे रियालिटी शो से काफी अलग है। दूसरे रियालिटी शो में जहां पर प्रतियोगियों को बार-बार परफॉर्म करने होते हैं, उन्हें अन्य कंटेंस्टेंट से आमना सामना भी करना होता है लेकिन शार्क्स टैंक इंडिया में आने वाले परफॉर्मर को केवल एक ही बार परफॉर्म करना होता है और इन्हें किसी दूसरे कंटेंस्टेंट के साथ सीधा मुकाबला नहीं करना होता है।

    इस शो में यह कंटेंस्टेंट जजों के सामने अपने बिजनेस आइडियाज को प्रस्तुत करते हुए बताते हैं कि इनका बिजनेस भविष्य में कितना ज्यादा सफल हो सकता है ताकि इनका बिजनेस आइडियाज इस शो के किसी भी शार्क्स को पसंद आ जाए ताकि वे उनके बिजनेस पर निवेश करने के लिए तैयार हो जाए।

    इस तरीके से इस शो में भाग लेने वाले कंटेंस्टेंट निवेश की आवश्यकता को पूरा करने के उद्देश्य से आते हैं। वह शार्क्स को अपने बिजनेस में निवेश करने के लिए इंप्रेस करते हैं, जिसके बदले में उन्हें कुछ प्रतिशत की हिस्सेदारी की पेशकश करते हैं।

    शार्क टैंक इंडिया का फायदा

    कोई भी रियालिटी शो टेलीविजन पर प्रसारित होती है तो उसका सबसे ज्यादा फायदा यह होता है कि उस रियलिटी शो से बहुत ही मनोरंजन प्राप्त होता है। लेकिन सार्क टैंक इंडिया न केवल मनोरंजन के उद्देश्य से फायदेमंद है बल्कि यह शो छोटे स्टार्टअप करने वाले उद्यमियों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है।

    इस शो में जो भी पार्टिसिपेंट आते हैं, वह किसी ना किसी स्टार्टअप से होते हैं और वे अपने स्टार्टअप के लिए फंड की आवश्यकता को पूरी करने के उद्देश्य से ही शो में भाग लेते हैं। उन्हें इस शो के माध्यम से अपने स्टार्टअप में लगाने के लिए निवेश भी मिल जाते हैं। इसके अतिरिक्त यह शो देश के युवाओं को भी स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का मौका देता है।

    देश में कई सारे ऐसे युवा हैं, जो खुद का रोजगार शुरू करना चाहते हैं लेकिन फंड की कमी के कारण वे अपनी इच्छा को मन में ही दबा के रख देते हैं। लेकिन इस शो के जरिए उन्हें भी प्रेरणा मिलेगी कि वह भी स्टार्टअप कर सके और भविष्य में एक सफल उद्योगपति बन सके।

    शार्क टैंक इंडिया के जज (Judges of Shark Tank India)

    शार्क टैंक शो को होस्ट रणविजय सिंह के द्वारा किया जा रहा है। लेकिन इस शो में जो जजेस हैं, वे कोई छोटे या बड़े पर्दे के कलाकार नहीं है बल्कि वास्तविक बिजनेसमैन/विमैन है, जो लोकप्रिय कंपनियों के मालिक हैं।

    आज वे इतने बड़े और सफल व्यापारी बन चुके हैं कि वे खुद कई सारे स्टार्टअप में निवेश कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं शार्क टैंक शो के जजेस के बारे में।

    अनुपम मित्तल

    अनुपम मित्तल Shadi.com के संस्थापक हैं। हालांकि इसका पहले नाम Sagai.com था। इसके अतिरिक्त अनुपम मित्तल Makan.com और Mauj app के भी संस्थापक है। यह बहुत ही अच्छे और विवेकशील निवेशक है, इन्होंने कई सारे कंपनियों में निवेश किया है।

    Shadi.com स्टार्टअप से पहले अनुपम मित्तल माइक्रोस्ट्रेटजी के साथ प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर कार्य कर चुके हैं, जहां पर उन्होंने लगभग 4 वर्षों तक काम किया। इन्होंने अपनी स्नातक की पढाई बोस्टन यूनिवर्सिटी से एमबीए इन ऑपरेशन एंड स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट में पूरी की। आज अनुभव मित्तल की कंपनी Shadi.com का केवल नेटवर्थ 25 मिलियन डॉलर है।

    अश्नीर ग्रोवर

    अश्नीर ग्रोवर एक सफल बिजनेसमैन और गतिशील और बेहद बुद्धिमान निवेशक माने जाते हैं। इन्होंने अब तक हेल्थ, फिटनेस, टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों के कुल 55 से भी अधिक स्टार्टअप में निवेश कर चुके हैं।

    अश्नीर ग्रोवर ऑनलाइन पेमेंट कंपनी BharatPe के मालिक हैं, जिसकी शुरूआत इन्होंने साल 2018 में की थी। आज यह कंपनी 2.5 अरब डॉलर वैल्यूएशन वाली कंपनी बन चुकी है। आज इनकी कंपनी कई छोटे व्यापारियों को पेमेंट ट्रांजैक्शन करने में मदद कर रही है। हालांकि वर्तमान में पेटीएम, गूगल पे, फोन पे जैसी कई ऑनलाइन पेमेंट कंपनियां इनकी प्रतिस्पर्धी है।

    अश्नीर ग्रोवर स्टार्टअप करने से पहले कोटक बैंक के वाइस प्रेसिडेंट रह चुके हैं। 7 वर्षों तक वहां उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र के बारे में अनुभव प्राप्त किया। उसके बाद वे अमेरिकन एक्सप्रेस में सीएफओ के तौर पर नियुक्त हुए, जहां उन्होंने केवल 2 साल तक कार्य किया।

    फिर साल 2015 में कॉरपोरेट करियर को छोड़ कर इस क्षेत्र में प्रवेश करने का निर्णय लिया। जिसके बाद इन्होंने ग्रूफर्स के ब्लिंक हट के सीएफओ और पीसी ज्वेलर्स के नए बिजनेस के प्रमुख के तौर पर कार्य किया।

    अमन गुप्ता

    अमन गुप्ता बहुत ही विवेकशील निवेशक हैं, जो बहुत ही सोच समझ कर निवेश करते हैं। अब तक इन्होंने WickedGud, Anveshan, 10club जैसे स्टार्टअप में निवेश किया है।

    बात करें इनके कंपनी कि तो BOAT के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा और इस ब्रांड के कई सारे हेडफोन, स्पीकर ट्रेवल, केबल जरूर खरीदी होगी। इस कंपनी के मालिक अमन गुप्ता है, जिन्होंने एक सेल्स मैनेजर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।

    शुरुआत में इन्होंने अपनी कंपनी के ऑडियो प्रोडक्ट जैसे कि स्पीकर, केबल, ईयर बड, हेडफोन, ट्रेवल इत्यादि के माध्यम से 100 मिलियन की होम सेल की थी। साल 2016 में खुद की कंपनी की स्थापना की थी, तब एप्पल चार्जिंग, चार्जिंग केबल बेचना शुरू किया था।

    शुरुआत में यह कंपनी के प्रोडक्ट प्रतिदिन 60,000 से भी ज्यादा यूनिट बेच रही थी। जिस कारण अमेजॉन पर भी इस कंपनी ने बेस्ट सेलिंग प्रोडक्ट ऑन अमेजॉन अपने नाम कराने में सफलता प्राप्त की थी। बात करें अभी इस कंपनी के वैल्यूएशन की तो यह 704 करोड़ रुपए तकरीबन आंकी गई है।

    विनीता सिंह

    आपने टेलीविजन पर शुगर कॉस्मेटिक नाम से कॉस्मेटिक ब्रांड का प्रचार तो जरूर सुना होगा। इस कॉस्मेटिक ब्रांड की संस्थापक विनीता सिंह हैं। आज विनीता सिंह भारत के प्रसिद्ध बिजनेसविमेन बन चुकी है।

    हालांकि यह भी एक मध्यमवर्गीय परिवार से थी। इनका जन्म दिल्ली में हुआ था। इन्होंने आईआईटी मद्रास से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद आईआईएम अहमदाबाद में मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए प्रवेश लिया।

    आगे की उच्च स्तरीय शिक्षा उन्होंने कई सर्वश्रेष्ठ संस्थानों से प्राप्त की, जिसके कारण इन्हें करोड़ों रुपए के पैकेज की भी नौकरी की पेशकश की गई। लेकिन अपने सपने को पूरा करना चाहती थी, खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहती थी। इसीलिए करोड़ों रुपए के पैकेज को भी ठुकरा कर अपने सपने की ओर चल पड़ी।

    आज इनकी कंपनी शुगर कॉस्मेटिक देश में प्रसिद्ध कॉस्मेटिक ब्रांड में से एक बन चुकी है, जिसका कुल वैल्यूएशन 200 करोड़ रुपए से भी अधिक अंका गया है। वहीं इस कंपनी की नेटवर्थ लगभग 8 मिलियन डॉलर है।

    पीयूष बंसल

    Eyewear प्रोविडे करने वाली एक लोकप्रिय एवं प्रचलित कंपनी LensKart के बारे में तो आपने सुना होगा। इस कंपनी के संस्थापक पियूष बंसल है, जिन्होंने साल 2010 में इस कंपनी को शुरू किया था। पियूष बंसल दिल्ली के रहने वाले हैं। इनका जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।

    इन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई एमसी गिल यूनिवर्सिटी से पूरी की। उसके बाद में आई आई एम बेंगलुरु से मैनेजमेंट की पढ़ाई की। साल 2010 में इन्होंने सबसे पहले अपनी खुद की एक नई कंपनी शुरू की थी। लेकिन दुर्भाग्यवश वह कंपनी आगे सफल नहीं हो पाई।

    जिसके बाद इन्होंने कुछ समय तक माइक्रोसॉफ्ट में काम किया। लेकिन वहां उन्हें संतुष्टि नहीं मिल रही थी। वे खुद का बिजनेस शुरू कर के दूसरे लोगों के लिए रोजगार का माध्यम बनना चाहते थे। इसी उद्देश्य से इन्होंने लेंसकार्ट बिजनेस की शुरुआत की। मेहनत और लगन के कारण आज इस कंपनी की कुल वैल्यूएशन $2.5 Billion के लगभग पहुंच गई है।

    ग़ज़ल अलघ

    आपने बेहद लोकप्रिय कॉस्मेटिक ब्रांड MamaEarth के बारे में जरूर सुना होगा। इस ब्रांड के संस्थापक गजल अलघ है। गजल अलघ ने साल 2010 में पंजाब विश्वविद्यालय से बीसीएस स्नातक करने के बाद स्कूल ऑफ विजुअल आर्ट्स में एक इंटेंसिव ग्रीष्मकालीन कोर्स भी पूरा किया।

    उसके बाद साल 2013 में यह न्यूयॉर्क चली गई और फिर वहां के न्यूयॉर्क एकेडमी ऑफ आर्ट से फिगरेटिव आर्ट का अध्यन किया। साल 2016 में इन्होंने अपने स्टार्टअप की स्थापना की थी, जो शुरुआत में शिशु देखभाल प्रोडक्ट बनाती थी। लेकिन वर्तमान में यह महिलाओं के लिए भी कई तरह के केमिकल मुक्त कॉस्मेटिक प्रोडक्ट को उपलब्ध कराती है। वर्तमान में इनकी कंपनी की कुल संपत्ति 115 करोड़ रुपए है।

    नमिता थापर

    फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के क्षेत्र में नमिता थप्पड़ एक जाना पहचाना चेहरा है। नमिता थापर अमेरिका में लगभग 6 वर्षों तक गाइडेंट कारपोरेशन के साथ काम किया है और फिर Emcure में CFO के तौर पर नियुक्त हुई।

    वर्तमान में नमिता थापर इनक्रेडिबल वेंचर लिमिटेड की सीईओ और संस्थापक भी हैं। यह भारत में एक बिजनेस स्कूल की सदस्य भी हैं। इसके अलावा वे Fuqua’s रीजनल एडवाइजरी बोर्ड की सदस्य भी हैं।

    इन सबके अतिरिक्त नमिता थापर भारतीय प्रबंधन संस्थान, हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, ईटी महिला सम्मेलन, फिक्की इत्यादि विभिन्न प्रतिष्ठित मंचों पर एक वक्ता के रूप में भी काफी प्रख्यात है। बात करें इनके बिजनेस के कुल कमाई की तो इनका कुल नेटवर्थ लगभग 600 करोड़ रुपए है।

    शार्क टैंक इंडिया जजेस नेटवर्थ, नाम, कम्पनी (Shark Tank India Judges Net Worth)

    क्र. सं. जज नाम कम्पनी नेटवर्थ
    01 अनुपम मित्तल Shadi.com $25 मिलियन
    02 अश्नीर ग्रोवर BharatPe 700 करोड़ रुपए
    03 अमन गुप्ता bOAt 704 करोड़ रुपए
    04 विनीता सिंह शुगर कॉस्मेटिक 200 करोड़ रुपए
    05 पीयूष बंसल LensKart 587 करोड़ रुपए
    06 ग़ज़ल अलघ MamaEarth 115 करोड़ रुपए
    07 नमिता थापर इनक्रेडिबल वेंचर लिमिटेड 600 करोड़ रुपए

    शार्क टैंक इंडिया शो में प्रयोग होने वाले कुछ महत्वपूर्ण शब्दों का अर्थ

    शार्क टैंक बिजनेस आधारित रियलिटी शो है। इस शो में कई ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है, जो बिजनेस से संबंधित है और उन शब्दों को खासकर बिजनेस, कॉमर्स और फाइनेंस जैसे विषयों में दिलचस्पी रखने वाले लोग ही समझ सकते हैं।

    हालांकि शो तो बहुत मजेदार होता है लेकिन पिचर और शार्क्स के बीच बिजनेस संबंधित होने वाले डिस्कशन में उपयोग किए जाने वाले शब्दों का जब तक आपको अर्थ नहीं पता होगा तब तक आप इस शो का अच्छे से आनंद नहीं ले पाएंगे।

    हालांकि सार्क टैंक इंडिया ने अपने शो में प्रयोग होने वाले शब्दों के शब्दकोश की एक वेबसाइट भी बना रखी है। यहां हमने सार्क टैंक सो में बार बार प्रयोग होने वाले कुछ प्रमुख शब्दों का अर्थ बताया है।

    इक्विटी (Equity)

    इक्विटी का अर्थ होता है किसी के व्यवसाय में यदि हम निवेश करते हैं तो कितना मालिकाना हिस्सा मिलेगा। मान लीजिए कि कोई पार्टिसिपेंट्स शार्क्स के सामने अपने बिजनेस आइडिया को बताता है और कहता है कि एक करोड़ निवेश के बदले में 10 परसेंट का इक्विटी देगा।

    तो इसका अर्थ यह हुआ कि यदि किसी शार्क्स को पार्टिसिपेंट का बिजनेस आइडिया पसंद आ गया और यदि वह उसके बिजनेस में 1 लाख निवेश कर देता है तो उसके बदले में उस बिजनेस से होने वाले फायदे में 10% का मुनाफा शार्क्स को मिलेगा। इस तरह साधारण भाषा में इक्विटी का अर्थ है किसी भी बिजनेस में लगाए गए निवेश से मिलने वाला मालिकाना हक।

    ग्रॉस सेल्स (Gross Sales)

    ग्रॉस सेल किसी कंपनी के द्वारा एक साल में कुल कितने रुपए के सामान बेचे गए, उसी को कहते हैं। मान लीजिए कि किसी कंपनी के एक प्रोडक्ट की कीमत ₹30 है और वह कंपनी 1 साल में 3 लाख प्रोडक्ट बेचती है तो उस कंपनी का ग्रॉस सेल्स 90 लाख रुपए होगा।

    नेट सेल्स (Net Sales)

    नेट सेल्स को हम इस तरह समझ सकते हैं कि मान लीजिए कोई कंपनी किसी एक प्रोडक्ट पर ₹500000 की gross-sell करती है। बाद में उस कंपनी को किसी ऑफर के तहत ₹100000 का नेट डिस्काउंट या फिर प्रोडक्ट के खराब होने के चलते कस्टमर को ₹50000 के एलाउंसेस देने पड़े हैं तो अब कंपनी की नेट सेल्स 350000 मानी जाएगी।

    पेटेंट (Patent)

    पेटेंट एक तौर पर किसी प्रोडक्ट पर अपने नाम का लगाया गया थप्पा होता है। मान लीजिए कि आपने कोई नई चीज का आविष्कार किया है और फिर उसका पेटेंट अपने नाम करा लिया है तो अब उस आइटम पर आपके नाम का ठप्पा लग गया है।

    यानी कि अब आपके अलावा कोई भी उस आइटम को नहीं बना सकता और यदि कोई और उस तरह के आइटम को बेचना या इस्तेमाल करना चाहेगा तो उसे सबसे पहले आपकी परमिशन लेनी पड़ेगी। इस तरीके से पेटेंट आइटम को बिना इजाजत के कॉपी नहीं कर सकते।

    रेवेन्यू (Revenue)

    रेवेन्यू यानी कि कमाई होता है। कोई भी कंपनी नेट सेल्स, सर्विसिंग इनकम, इन्वेस्टमेंट इनकम सभी को मिलाकर, अपने बिजनेस से कुल जितना पैसा इकट्ठा करता है, उसी को रिवेन्यू कहते हैं।

    नेट रेवेन्यू (Net Revenue)

    किसी प्रोडक्ट को बनाने के लिए लगी गई कुल लागत, प्रोडक्ट कोस्ट, डिस्काउंट इन सभी खर्चों को काटकर जो फायदा होता है, उसी को नेट रिवेन्यू बोलते हैं। लेकिन बहुत बार ऐसा होता है कि बिजनेस में नेट सेल्स तो अच्छी होती है लेकिन प्रोडक्ट की बिक्री के लिए किए गए खर्चे और बाकी सभी तरह की लागत मिलाकर नैटसेल से ज्यादा हो जाता है, जिस कारण कई बार धंधा नुकसान में चला जाता है। इसीलिए कोई भी निवेशक किसी भी बिजनेस में पैसे लगाने से पहले नेट रिवेन्यू के बारे में एक बार जरूर सोचते हैं।

    रॉयल्टी (Royalty)

    कोई एक कंपनी अपने प्रोडक्ट पर ट्रेडमार्क या कोई पेटेंट लगा कर बेचती है ताकि उस कंपनी के बारे में हर एक व्यक्ति को पता चले। लेकिन मान लीजिए उस कंपनी के इस प्रोडक्ट को किसी थर्ड पार्टी के द्वारा बेचा जा रहा है तो थर्ड पार्टी के द्वारा उस प्रोडक्ट को बनाने वाली कंपनी को हर एक प्रोडक्ट पीस की सेल प्राइस का कुछ हिस्सा देना पड़ेगा, उसीको रॉयल्टी कहा जाता है।

    मार्जिन (Margin)

    मार्जिन शब्द का प्रयोग लगभग हर तरह के व्यवसाय में होता है। मार्जिन एक तरह का लाभ होता है और यह लाभ प्रोडक्ट की बिक्री कीमत और उसके लागत के बीच का अंतर होता है।

    मान लीजिए कि यदि कोई प्रोडक्ट ₹10 में बेचा जा रहा है और उस प्रोडक्ट को बनाने के लिए उपयोग किए गए कच्चे माल, उसकी डिलीवरी, बिजली इत्यादि का खर्चा इन सभी खर्चों को जोड़ने के बाद प्रोडक्ट को बनाने में ₹5 की लागत आया।

    तो यहां पर इस प्रोडक्ट को ₹10 में बेच कर ₹5 का मार्जिन कमाया जा रहा है। या फिर हम कह सकते हैं कि उस प्रोडक्ट पर 50% का मार्जिन कमाया जा रहा है। इस तरह किसी भी प्रोडक्ट की जो बिक्री कीमत होती है, उसमें उस प्रोडक्ट को बनाने में लगे लागत को घटाने के बाद जो लाभ प्राप्त होता है, वही मार्जिन कहलाता है।

    ओवरहेड (Overhead)

    ओवरहेड होता तो है एक तरह का लागत ही लेकिन यह लागत कंपनी के प्रोडक्शन से सीधे नहीं जुड़ा होता है। यह लागत कच्चे माल, पैकेजिंग, डिलीवरी, लेबर पोस्ट, ऑफिस या गोदाम का किराया, इंश्योरेंस, लीगल फिस जैसी चीजों पर किया जाने वाला खर्चा होता है।

    परचेज़ आर्डर (Purchase order) (PO)

    परचेज ऑर्डर एक एग्रीमेंट होता है, जिससे तय होता है कि प्रोडक्ट खरीदने वाला व्यक्ति या कोई यदि बिजनेस कर रहा है तो वह किसी अन्य सप्लायर से किस रेट पर कितने पीस प्रोडक्ट खरीदेगा।

    ट्रेडमार्क

    ट्रेडमार्क लगभग हर तरह की प्रोडक्ट में देखने को मिलता है। कंपनी अपने बनाए हर प्रोडक्ट में ट्रेडमार्क का प्रयोग करती है ताकि उस प्रोडक्ट की कॉपी बिना उनके परमिशन के कोई और ना कर सके।

    एप्पल का iphone हो या flipkart का कोई प्रोडक्ट, उसमें आपने एप्पल कंपनी का आधा कटा हुआ सेब और flipkart कंपनी का थेले का लॉगो जरूर देखा होगा। यह कंपनी के द्वारा प्रयोग किए जाने वाले ट्रेडमार्क है।

    कॉपीराइट (Copyright)

    कॉपीराइट का अर्थ होता है किसी भी ब्रांड की प्रोडक्ट की कॉपी निकालने का अधिकार केवल प्रोडक्ट के ऑनर कंपनी को ही है। कई प्रोडक्ट में आपने सर्किल किया हुआ C देखा होगा। इसका अर्थ कॉपीराइट होता है।

    कॉपी राइट शब्द का प्रयोग ना केवल किसी कंपनी की प्रोडक्ट को लेकर किया जाता है बल्कि इसका प्रयोग फिल्म, तस्वीरें, किताब, गाने यहां तक की वेबसाइट वगैरे में भी किया जाता है।

    प्री- रेवेन्यू (Pre Revenue)

    रिवेन्यू का अर्थ तो आप लोग जानते हैं कि कमाई और प्री का अर्थ होता है पहले। इस तरह कोई भी पिचर किसी भी बिजनेस को शुरू होने से पहले आकलन कर ले कि वह अपने बिजनेस से कितना पैसा कमा लेगा तो उसी को प्री रिवेन्यू कहा जाता है।

    कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट (Customer acquisition cost)

    कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट किसी भी बिजनेस के प्रचार प्रसार करने के लिए किए गए खर्च को कहते हैं। मान लीजिए कि यदि कोई व्यक्ति अपने कंपनी का प्रचार करवाने के लिए ₹2000 खर्च करता है, जिससे उसके 200 कस्टमर बढ़ जाते हैं तो ऐसे में कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट ₹10 प्रति कस्टमर होगा।

    स्केलेबिलिटी (Scalability)

    स्केलेबिलिटी किसी भी बिजनेस की ग्रोथ की संभावना बताता है। कोई भी बिजनेस मार्केट की डिमांड को कहां तक पूरा कर सकता है, उसका प्रॉफिट कैसा रहेगा, वह कितनी सेल बढ़ा सकता है, इन्हीं सब चीजों के आधार पर बिजनेस की स्केलेबिलिटी तय की जाती हैं।

    शार्क टैंक इंडिया के लिए अप्लाई कैसे करें?

    शार्क टैंक शो में कंटेंस्टेंट का सिलेक्शन उसके प्रतिभा और बिजनेस आइडिया के आधार पर होता है। ऐसे में यदि आप शार्क टैंक के अगले सीजन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं तो यह बात ध्यान रखें कि अभी रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है। ऐसे में यदि कोई भी गलत नंबर पर रजिस्ट्रेशन का मैसेज आता है तो उस पर विश्वास ना करें।

    यहां तक कि शार्क टैंक शो में पार्टिसिपेट करने के लिए रजिस्ट्रेशन का भी कोई चार्ज नहीं लगता है। शार्क टैंक शो में पार्टिसिपेट करने के लिए सोनी एंटरटेनमेंट चैनल ने Sharktank.sonyliv.com नाम करके एक अलग वेबसाइट बनाई है।

    जब भी रजिस्ट्रेशन शुरू होगा, इस वेबसाइट के जरिए अपडेट कर दिया जाएगा। वहीं सोनी लाइव एप्लीकेशन के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया होगी। जब रजिस्ट्रेशन शुरू होता है तब टीवी पर भी ऐड आनी शुरू हो जाते हैं।

    यदि आप शार्क टैंक के अगले सीजन में पार्टिसिपेट करना चाहते हैं तो रजिस्ट्रेशन शुरू होने पर आप को आगे लिखी गई प्रक्रिया से अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।

    शार्क टैंक इंडिया रजिस्ट्रेशन (Shark Tank India Registration)

    • सबसे पहले आपको sharktank.sonyliv.com की वेबसाइट पर जाना होगा। जब आप इस वेबसाइट के होम पेज पर पहुंचते हैं तो वहां पर आपको ओटीपी वेरिफिकेशन करने के लिए कहा जाएगा।
    • ओटीपी वेरिफिकेशन करने के लिए आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना पड़ेगा। मोबाइल नंबर दर्ज करने के बाद आपको जेनरेट ओटीपी के बटन पर क्लिक करना है।
    • उसके बाद आपके द्वारा दर्ज किए गए मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, उस ओटीपी को आपको यहां पर दर्ज करना है और उसके बाद आपको नीचे कैप्चा कोड को भरकर सबमिट के बटन पर क्लिक कर देना है।
    • जैसे ही आप सम्मिट के बटन पर क्लिक करते हैं आपके सामने एक नया पेज खोलकर आ जाता है, जहां पर आपको हिंदी या अंग्रेजी भाषा का चयन करना होता है।
    • आगे आपके सामने टर्म एंड कंडीशन का नया पेज खुलकर आता है, जहां पर आपको कई सारे दिशानिर्देश लिखे हुए दिखाई देते हैं। आपको सभी दिशानिर्देश को ध्यान से पढ़ कर टिक मार्क कर देना है और फिर अंत में सबमिट पर क्लिक करना है।
    • सबमिट पर क्लिक करने के बाद इंस्ट्रक्शंस को ध्यान से पढ़ कर आपको स्टार्ट के बटन पर क्लिक करना होगा, जिसके बाद आपके सामने प्रोफाइल इंफॉर्मेशन नाम का एक नया पेज खुल कर आ जाएगा।
    • प्रोफाइल इंफॉर्मेशन वाले पेज में आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, आपका जन्म तारीख, आपके व्यवसाय का नाम, आपका राज्य और शहर से संबंधित कुछ जानकारी भरनी होगी। जब आप उपरोक्त सभी जानकारी को सही से भर लेते हैं तब आपको नेक्स्ट के बटन पर क्लिक करना होगा।
    • जैसे ही आप नेक्स्ट पर क्लिक करते हैं आपके सामने About your business करके एक नया पेज खुल कर आ जाता है, जहां पर आपको अपने व्यवसाय से संबंधित जानकारी भरनी होगी जैसे कि
      • About Your Business
      • Business Stage
      • Business Category
      • Company Registered Name
      • Brand Name या product name
      • Executive Summary
      • Website
      • Product Photo
      • Last Three Month Revenue
      • Reasons to go to the Shark Tank Show
    • जब आप उपरोक्त मांगी गई सभी जानकारी को भर लेते हैं तब आपको नेक्स्ट के बटन पर क्लिक करके आगे बढ़ना है।
    • आगे आपको आपके व्यवसाय के लिए कितनी लागत की जरूरत है, उस इन्वेस्टमेंट के अमाउंट की राशि यहां पर आपको दर्ज करनी होगी।
    • उसके बाद इन्वेस्टमेंट के बदले में आपकी कंपनी कितना प्रतिशत हिस्सा सार्क टैंक की टीम को देगी, इसकी भी जानकारी आपको यहां पर भर नहीं होगी। जब उपरोक्त जानकारी भर लेते हैं तब आपको नेक्स्ट के बटन पर क्लिक करके आगे बढ़ना है।
    • आगे आपको आपके कंपनी से संबंधित जानकारी के लिए एक नया पेज खुलेगा, जहां पर आपको कंपनी के रजिस्ट्रेशन की स्थिति, कंपनी के फाउंडर, कंपनी के लाभ की स्थिति, बिजनेस या कंपनी को कितने समय से चलाया जा रहा है, कंपनी CIN नंबर आदि संबंधित जानकारी मांगी जाएगी।
    • आगे आपको आपकी कंपनी के बारे में जरूरी कानूनी जानकारी भी दर्ज करनी होगी जैसे कि कंपनी में कोई केस हुआ है या नहीं।
    • आगे आपको टेलीविजन एक्सप्लोजर की भी जानकारी देनी होगी जैसे कि यदि आपने पहले से शार्क टैंक के पिछले सीजन में भाग लिया है तो उसके लिए हां और यदि नहीं लिया है तो ना को सिलेक्ट करना होगा।
    • आगे आपके सामने पर्सनल इंफॉर्मेशन का एक नया पेज खुलकर आता है, जहां पर आपको अपनी पर्सनल जानकारी भरनी पड़ती है। उसके बाद शार्क अटैक इंडिया रजिस्ट्रेशन के बारे में आपको जानकारी कहां से मिली, उस माध्यम के बारे में भी आपको जानकारी देना होता है और फिर अंत में नेक्स्ट पर क्लिक करना होता है।
    • उसके बाद आपके सामने एक डिक्लेरेशन का पेज खुल कर आता है, जहां पर आपको टिक मार्क करके सबमिट पर क्लिक कर देना है।

    इस तरीके से आप का रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। उसके बाद यदि आप शॉर्टलिस्ट होते हैं तो शार्क टैंक इंडिया की तरफ से संपर्क किया जाता है, उसके बाद जब आप नेक्स्ट राउंड के लिए भी शॉर्टलिस्टेड हो जाते हैं तब चुनी गई सीटी में ऑडिशन देने के लिए आपको बुलाया जाता है। जब आप ऑडिशन में भी सिलेक्ट हो जाते हैं तब इस शो में भाग आप ले सकते हैं।

    FAQ

    शार्क टैंक क्या है?

    सार्क टैंक शो एक रियालिटी शो है। यह किसी गाने या डांस से संबंधित रियालिटी शो नहीं है बल्कि इस शो में नए उद्यमी लोग भाग लेते हैं और वे अपने बिजनेस आइडिया को जजों के सामने प्रस्तुत करते हैं ताकि उन्हें निवेश प्राप्त हो सके।

    सार्क टैंक शो का क्या फायदा है?

    शार्क टैंक शो का यह फायदा है कि इस शो में देश में उभरते हुए नए उद्यमियों को बिजनेस टाइकून से निवेश प्राप्त करने का मौका मिलता है। यदि इस शो के जज को किसी भी कंटेंस्टेंट का बिजनेस आइडिया पसंद आता है तो वे उसके बिजनेस पर निवेश करते हैं।

    सोनी टीवी पर शार्क टैंक इंडिया शो कितने बजे आता है?

    सोनी टीवी पर shark tank india show का प्रसारण सोमवार से शुक्रवार रात 9:00 बजे किया जाता है।

    क्या टीवी के अलावा मोबाइल पर शार्ट टैंक शो का पूरा एपिसोड देख सकते हैं?

    हां, सोनी टीवी के अतिरिक्त आप मोबाइल पर भी शार्क टैंक शो को देख सकते हैं। इसके लिए SonyLiv ऐप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं या फिर इसके आधिकारिक वेबसाइट पर भी लॉगिन करके शर्क टैंक सो के सभी एपिसोड को देख सकते हैं।

    शार्क टैंक शो में पार्टिसिपेट किस तरह कर सकते हैं?

    शार्क टैंक शो में पार्टिसिपेट करने के लिए सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है और रजिस्ट्रेशन आप इसके ऑफिशल वेबसाइट sharktank.sonyliv.com की वेबसाइट या फिर sonyliv एप्लीकेशन के जरिए कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन शुरू होने पर टेलीविजन पर एडवर्टाइजमेंट शुरू हो जाता है।

    शार्क टैंक शो में पार्टिसिपेट करने के लिए कितना चार्ज लगता है?

    शार्क टैंक शो में पार्टिसिपेट करने के लिए रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है और इसके लिए कोई भी शुल्क नहीं लगता।

     

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