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मेरी किताब मेरी प्रेरणा पर निबंध, essay on my book my inspiration, Essay in Hindi, Nibandh

    मेरी किताब मेरी प्रेरणा पर निबंध, essay on my book my inspiration, Essay in Hindi, Nibandh

    प्रस्तावना

    मनुष्य जाति के लिए किताबें वरदान स्वरुप है। किताबें एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए व्यक्ति पड़ता है और नई नई बातों को सीखता है। किताबे हमारी याददाश्त को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाती है। समस्त संसार का ज्ञान किताबों के अंदर पाया जाता है। युगों-युगों की कथा किताबों में सजा कर रखी गई है।

    जिसे पीढ़ी दर पीढ़ी लोग पढ़ते हैं और पुराने समय को याद करते हुए आगे बढ़ते हैं। एक अच्छी किताब विलासिता के जीवन से कई महत्वपूर्ण मानी जाती है। एक अच्छी किताब आपके सैकड़ों दोस्तों से भी अच्छी मानी जाती है। एक अच्छी किताब जीवन जीने का सही तरीका बताती है।

    मेरी पसंदीदा किताबें

    हर एक किताब हमें एक नई और अनोखी बात बताती है। धार्मिक किताबों से हमें हर एक धर्म के विषय में जानकारी मिलती है। ऐतिहासिक किताबों से हमें इतिहास के तथ्यों के विषय में पता चलता है। वहीं मनोवैज्ञानिक, वैज्ञानिक, आधुनिक, तकनीक, सामाजिक किताबों से अपने अपने क्षेत्र का ज्ञान प्राप्त होता रहता है।

    लेकिन मेरी पसंदीदा किताबें उन महापुरुषों के जीवन की किताबें रही हैं, जिन्होंने जीवन में निरंतर प्रयास के बाद एक सार्थक व सफलता का शीर्ष प्राप्त किया। वास्तव में उनकी किताबों से हमें निरंतर प्रेरणा मिलती रहती है।

    जिसके तहत हमें आगे बढ़ने और जीवन में सफल होने का उत्साह भी मिलता है। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किताबें वरदान साबित होती हैं। महापुरुषों की आत्मकथाएं हमें सिखाती हैं कि दुनिया में महान कैसे बनें।

    मेरी पसंदीदा व प्रेरणादायक पुस्तक “रामायण”

    सभी पुस्तकों में से मुझे “रामायण” सबसे अधिक पसंद है। मैंने इसे बार-बार पढ़ा है। रामायण महान ज्ञान से भरी है। यही कारण है कि यह पुस्तक महात्मा गांधी को भी पसंद थी। उन्होंने राम को एक आदर्श पुरुष, एक आदर्श राजा और एक आदर्श पुत्र, भाई और पति के रूप में देखा। यही कारण है कि वह देश में “राम राज्य” की स्थापना को देखने के लिए उत्सुक थे।

    रामायण प्रेम और त्याग की गाथा है। यह उन गुणों पर प्रकाश डालता है जो एक सुखी और महान जीवन जीने के लिए होने चाहिए। एक आदर्श पुत्र होने के नाते, राम ने अपने पिता और सौतेली माता की बात मानी और चौदह वर्ष के लिए वनवास गए। उन्होंने अपना सब कुछ, अपना सिंहासन, राज्य, सांसारिक सुख आदि त्याग दिया। उनकी वफादार पत्नी सीता भी उनके साथ जंगलों में चली गईं।

    वह सुख-दुख में अपने पति के साथ खड़ी रहीं, लक्ष्मण एक आदर्श भाई थे। वे भी राम के साथ वनवास गए। वह उसके सुख-दुख में उसके साथ रहे और अपने सुख-सुविधाओं की परवाह न की। इस प्रकार उनका सर्वोच्च बलिदान हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

    मेरी किताब से मिली प्रेरणा

    रामायण हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का अमर पाठ पढ़ाती है। इसमें कोई शक नहीं कि अच्छे लोगों को शुरुआत में कठिनाइयों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन वे लंबे समय में सफल होते हैं। सच्चाई और अच्छाई का मार्ग महिमा की ओर ले जाता है।

    अधर्म का मार्ग विनाश की ओर ले जाता है। सच्चाई और अच्छाई के लिए खड़े रहने वाले राम आखिरकार विजयी हुए। निसंदेह रामायण अत्यंत उपयोगी ग्रंथ है। अपने जीवन को उपयोगी बनाने के लिए हर लड़के और लड़की को इसे पढ़ना चाहिए।

    निष्कर्ष

    वास्तव में एक अच्छी किताब आपके जीवन को बदल सकती है। जिस प्रकार मेरी पसंदीदा किताबें मेरे जीवन की स्थिति – परिस्थिति को बदलकर मुझे उनसे लड़ना और आगे बढ़ना सिखाती हैं उसी प्रकार यह हर व्यक्ति को उसके जीवन के सच्चे आधार से जोड़ने का अहम कार्य करती हैं।

     

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