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च छ ज झ से शुरू अनेक शब्दों के एक शब्द, one word substitution hindi, Anek Shabdon Ke Liye Ek Shabd List

    ज से शुरू होने वाले अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

    जो आँखों के सामने न हो- अप्रत्यक्ष/परोक्ष
    जो आँखों के सामने हो- प्रत्यक्ष
    जो आकाश में चलता हो – खेचर, नभचर
    जो आगे की न सोचता हो- अदूरदर्शी
    जो आग्रह सत्य हो- सत्याग्रह
    जो आमिष मांस नहीं खाता- निरामिष
    जो आलोचना के योग्य हो- आलोच्य
    जो आसानी से पचता हो- लघुपाक
    जो आसानी से लब्ध प्राप्य है- सुलभ
    जो इंद्रियों के ज्ञान के बाहर है- इंद्रियातीत
    जो इंद्रियों के द्वारा न जाना जा सके- अगोचर
    जो इच्छा के अधीन है- इच्छाधीन
    जो इस लोक का न हो- अलौकिक
    जो इस लोक से बाहर की बात हो- अलौकिक
    जो ईश्वर को न मानता हो – नास्तिक
    जो उक्ति बार बार कही जाती हो- पुनरुक्ति
    जो उक्ति बार-बार कही जाय- पुनरुक्ति
    जो उच्च कुल में उत्पन्न हुआ हो- कुलीन
    जो उत्तर न दे सके- निरुत्तर
    जो उदार न हो- अनुदार
    जो उद्धार करता है- उद्धारक
    जो ऊपर कहा गया हो- उपर्युक्त
    जो एक अक्षर भी न जानता हो- निरक्षर
    जो एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सके – स्थावर
    जो एक स्थान पर टिक कर नहीं रहता- यायावर
    जो कटु बोलता है- कटुभाषी
    जो कठिनाइयों से पचता है- गरिष्ठ/गुरुपक
    जो कठिनाई दुर से भेदा या तोड़ा जा सके- दुर्भेद्य
    जो कठिनाई से प्राप्त हो- दुर्लभ
    जो कभी न मरे- अमर
    जो कभी नष्ट न हो- अनश्वर
    जो कभी बूढ़ा न हो – अजर
    जो कभी मृत्यु को प्राप्त न हो- अमर
    जो कम बोलता हो- मितभाषी
    जो कर्तव्य से च्युत हो गया है- कर्तव्यच्युत
    जो कला जानता है या कला की रचना करता है- कलाकार
    जो कल्पना से परे हो- कल्पनातीत
    जो कष्ट को सहन कर सके- कष्टसहिष्णु
    जो कहा गया है-कथित
    जो कहा न जा सके- अकथनीय
    जो कहीं जाकर वापस लौट आया हो- प्रत्यागत
    जो कान को कटु लगे- कर्णकटु
    जो कानून की दृष्टि में सही हो – वैध
    जो कानून के अनुसार हो- वैध
    जो कानून के विरुद्ध हो – अवैधानिक, अवैध
    जो कानून के विरुद्ध हो- अवैध
    जो काम से जी चुराता हो – कामचोर
    जो कामना रहित हो – निष्काम
    जो काया हृष्ट-पुष्ट हो- पेशल
    जो काव्य, संगीत आदि का रस न ले- अरसिक
    जो किये गये उपकारों को जानता या मानता है- कृतज्ञ
    जो किये गये उपकारों को नहीं मानता है- कृतघ्न
    जो किसी का पक्ष न ले- तटस्थ
    जो किसी का पक्ष न ले- निष्पक्ष
    जो किसी का प्रतिनिधित्व किसी की जगह काम करता है- प्रतिनिधि
    जो किसी की ओर प्रति से है- प्रतिनिधि
    जो किसी की ओर मुँह किये हुए हो- अभिमुख
    जो किसी की ओर मुख किये हो – अभिमुख
    जो किसी की ओर से है- प्रतिनिधि
    जो किसी नियम को न माने- उच्छृंखल
    जो किसी पक्ष में न हो- तटस्थ
    जो किसी विशेष समय तक ही लागू हो- अध्यादेश
    जो किसी सभा का सदस्य हो- सभासद
    जो कुछ न करता हो-अकर्मण्य
    जो कुछ नहीं जानता है- अज्ञ
    जो केन्द्र की ओर उन्मुख होता हो- केन्द्राभिमुख
    जो केवल फल खाकर निर्वाह करता हो- फलाहारी
    जो केवल फल खाकर रहता हो – फलाहारी
    जो कोई वस्तु वहन करता है- वाहक
    जो क्रम के अनुसार हो- यथाक्रम
    जो क्षमा करने के योग्य हो- क्षम्य
    जो क्षमा करने योग्य हो – क्षम्य
    जो खरीदा गया हो – क्रीत
    जो खाया न जा सके- अखाद्य
    जो खाली न जाय- अचूक
    जो गाँव से सम्बन्धित हो- ग्रामीण
    जो गिनती के योग्य न हो – नगण्य
    जो गिना न जा सके- अगणित
    जो गिरा हुआ हो – पतित
    जो गिरि पहाड़ को धारण करता हो- गिरधारी
    जो घूमता फिरता आ जाए – आगंतुक
    जो चंद्र धारण करता हो- चंद्रधारी
    जो चक्र धारण करता है- चक्रधर
    जो चक्र धारण करता हो- चक्रधारी/चक्रधर
    जो चर्चा का विषय हो- चर्चित
    जो चिंता से रहित हो – निश्चिंत
    जो चित्र बनाता हो- चित्रकार
    जो चिन्ता से रहित हो- निश्चिंत
    जो चिरकाल तक बना रहे- चिरस्थायी
    जो छाती के बल चलता हो- उदग सर्प
    जो छिपाने योग्य हो- गोपनीय
    जो छुआ न गया हो- अछूता
    जो छुटकारा दिलाता हो – त्राता
    जो छूने योग्य न हो- अछूत
    जो जन्म लेते ही गिर या मर गया हो- आदण्डपात
    जो जन्म से अंधा हो- जन्मांध
    जो जन्म से ही अंधा हो – जन्मांध
    जो जमीन उपजाऊ हो – उर्वरा
    जो जरायु गर्भ की थैली से जनमता है- जरायुज
    जो जानने योग हो – ज्ञातव्य
    जो टुकड़े-टुकड़े हो गया हो- खंडित
    जो तर्क के आधार पर सही सिद्ध हो- तर्कसंगत
    जो तर्क योग्य हो- तार्किक
    जो तीन गुणों सत्व, रज, व तम से परे हो- त्रिगुणातीत
    जो तेज चलता हो- शीघ्रगामी
    जो तेजहीन हो- निस्तेज
    जो तोला या नापा न जा सके – अपरिमेय
    जो त्याग देने लायक हो – त्याज्य
    जो थोड़ी देर पहले पैदा हुआ हो- नवजात
    जो दबाया न जा सके – अदम्य
    जो दबाया न जा सके- अदम्य
    जो दया के साथ दयालु है- सदय
    जो दर्शन शास्त्र का ज्ञाता हो – दार्शनिक
    जो दायर मुकदमे का प्रतिवाद बचाव या काट करे- प्रतिवादी
    जो दिखाई न दे – अदृश्य
    जो दिन में एक बार भोजन करता है- एकाहारी
    जो दिया न जा सके – अदेय
    जो दूर की सोचता हो – दूरदर्शी
    जो दूसरे की हत्या करता है- हत्यारा
    जो दूसरे के अधीन हो – परतंत्र
    जो दूसरे के अधीन हो- पराधीन
    जो दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से काम करे- स्थानापत्र
    जो दूसरे से ईर्ष्या करता है- ईर्ष्यालु
    जो दूसरों का उपकार करने वाला हो- परोपकारी
    जो दूसरों का भला चाहने वाला हो- परार्थी
    जो दूसरों के आश्रय में रहता हो – पराश्रित
    जो दूसरों पर अत्याचार करें- अत्याचारी
    जो दृष्टि के क्षेत्र से परे हो- परोक्ष
    जो देखने में असमर्थ हो – अंधा
    जो देखने में प्रिय लगता है- प्रियदर्शी
    जो देखने में प्रिय लगे – प्रियदर्शी
    जो देखने योग्य न हो-अदर्शनीय
    जो देखने योग्य हो – दर्शनीय
    जो देखा न जा सके- अदृश्य
    जो देखा नहीं जा सकता- अदृश्य
    जो देने योग्य है- देय
    जो देवताओं के योग्य हो – दिव्य
    जो देवी का उपासक हो – शाक्त
    जो देश विदेश का भ्रमण करता हो – पर्यटक
    जो दो भाषाएँ जानता हो- दुभाषिया
    जो द्वार का पालन रक्षा करता है- द्वारपाल
    जो धन का दुरुपयोग करता है- अपव्ययी
    जो धरती फोड़ कर जनमता है- उदभिज
    जो धर्म करता है- धर्मात्मा
    जो धर्म का काम करे- धर्मात्मा
    जो न जाना गया हो- अज्ञात
    जो नभ या ख आकाश में चलता है- नभचर, खेचर
    जो नया आया हुआ हो- नवागन्तुक
    जो नया आया हो – नवागत
    जो नष्ट न होने वाला हो- अविनाशी
    जो नष्ट होने वाला हो – नश्वर
    जो नष्ट होनेवाला है- नश्र्वर
    जो नहीं हो सकता- असंभव
    जो नाचता है- नर्तक, नृत्यकार
    जो नाटक का सूत्र धारण संचालन करता है- सूत्रधार
    जो निंदा के योग्य हो – निंदनीय
    जो निगाहों से ओझल हो – परोक्ष, अप्रत्यक्ष
    जो नीचे लिखा गया है- निम्नलिखित
    जो नृत्य करता है- नृत्यकार/नर्तक
    जो नेत्रों से दिखाई न दे- अगोचर
    जो न्याय जनता हो- नैयायिक
    जो पढ़ा-लिखा न हो- अपढ़, अनपढ़
    जो पर के अधीन है- पराधीन
    जो पर दूसरों के अधीन है- पराधीन
    जो परमार्थ दूसरों की भलाई चाहता है-परमार्थी
    जो परायों का अर्थ हित चाहता है- परमार्थी
    जो परिचित न हो- अपरिचित
    जो परीक्षा में परीक्षा में उत्तीर्ण न हुआ हो- अनुत्तीर्ण
    जो पहरा देता है- प्रहरी
    जो पहरा देने वाला हो- प्रहरी
    जो पहले कभी घटित न हुआ हो- अघटित
    जो पहले कभी न हुआ हो – अभूतपूर्व
    जो पहले कभी नहीं सुना गया- अश्रुतपूर्व
    जो पहले न देखा गया हो- अदृष्टपूर्व
    जो पहले न पढ़ा हो- अपठित
    जो पहले न सुना गया हो- अश्रुतपूर्व
    जो पांचाल देश की है – पांचाली
    जो पिंड से जनमता है- पिंडज
    जो पिता की हत्या कर चुका- पितृहन्ता
    जो पिया न जा सके- अपेय
    जो पीने योग्य हो- पेय
    जो पुत्र गोद लिया हो- दत्तक
    जो पुरुष अभिनय करे- अभिनेता
    जो पुरुष कविता रचता है- कवि
    जो पुरुष लोहे की तरह बलिष्ठ है- लौहपुरुष
    जो पुस्तकों की आलोचना या समीक्षा करता है- आलोचक, समीक्षक
    जो पूछने योग्य हो- प्रष्टव्य
    जो पूरा या भरा हुआ न हो- अपूर्ण
    जो पूरे विश्व मे प्रसिद्ध हो – विश्वविख्यात
    जो पूर्ण रूप से बहरा हो- वज्रबधिर
    जो पूर्व में था या हुआ पर अभी नही है – भूतपूर्व
    जो पृथ्वी के गर्भ भीतर के हाल/शास्त्र जानता हो- भूगर्भवेत्ता/भूगर्भशास्त्री
    जो पृथ्वी से सम्बन्धित हो- पार्थिव
    जो पोत जहाज युद्ध का है- युद्धपोत
    जो प्रणाम करने योग्य हो- प्रणम्य
    जो प्रमाण से सिद्ध हो सके – प्रमेय
    जो प्रमेय प्रमाण से सिद्ध न हो- अप्रमेय
    जो प्रशंसा के योग्य हो – प्रशंसनीय
    जो प्रिय बोलता हो- प्रियवादी
    जो फल का आहार करता है- फलाहारी
    जो फूल पूर्ण रूप से विकसित न हुआ हो – मुकुल
    जो बढ़ रहा हो – वर्द्धमान
    जो बहुत जानता है- बहुज्ञ
    जो बहुत बोलता है- वाचाल
    जो बहुत समय कर ठहरे- चिरस्थायी
    जो बहुत सी भाषाएं जानता हो – बहुभाषाविद, बहुभाषी
    जो बाएं हाथ से काम करता हो – सव्यसाँची
    जो बात कानों को कड़वी लगे- कर्णकटु
    जो बात वर्णन के अतीत बाहर है- वर्णनातीत
    जो बीत गया है- अतीत
    जो बीत चुका हो – अतीत, भूत,
    जो बुद्धि द्वारा जाना जा सके- बुद्धिजीवी
    जो बूढा न हो- अजर
    जो बोलने में असमर्थ हो – मूक, गूंगा
    जो भयभीत न होता हो – निर्भीक, अभय
    जो भविष्य में निश्चित घटित हो – भवितव्यता
    जो भाग्य की धनी हो- भाग्यवान
    जो भाषा का ज्ञाता हो – भाषाविद
    जो भू के गर्भ भीतर का हाल जानता हो- भूगर्भवेत्ता
    जो भू को धारण करता है- भूधर
    जो भू धारण करता है- भूतेश
    जो भूख से व्याकुल हो – क्षुधातुर
    जो भूमि उपजाऊ हो- उर्वरा
    जो भूमि का हिसाब-किताब रखता हो- लेखपाल
    जो भूमि के अंदर का ज्ञान रखता हो- भूगर्भवेत्ता
    जो भेदा या तोड़ा न जा सके- अभेद्य
    जो भोजन देर से पचे – गरिष्ठ
    जो मछली का आहार करता है- मत्स्याहारी
    जो मन को हर ले- मनोहर
    जो मांस का आहार करता है- मांसाहारी
    जो माता की हत्या कर चुका- मातृहन्ता
    जो मानव के योग्य न हो- अमानुषिक
    जो मान-सम्मान के योग्य हो- माननीय
    जो मापा न जा सके- अपरिमेय
    जो मुकदमा दायर करता है- वादी
    जो मुकदमा दायर करता है- वादी /मुदई
    जो मुकदमा लड़ता रहता है- मुकदमेबाज
    जो मुकदमे का प्रतिवाद करे- प्रतिवादी
    जो मुश्किल से प्राप्त हो- दुष्प्राप्य
    जो मोक्ष चाहता हो- मुमुक्षु
    जो यान जल में चलता हो- जलयान
    जो यान सवारी जल में चलता है- जलयान
    जो युद्ध में स्थिर रहता है- युधिष्ठिर
    जो युद्ध में स्थिर रहता हो – युधिष्ठिर
    जो रंग नाट्य का मंच स्टेज है- रंगमंच
    जो रथ पर सवार है- रथी
    जो राजगद्दी का अधिकारी हो- युवराज
    जो राजनीति जानता है- राजनीतिज्ञ
    जो राज्य या राजा से द्रोह करे- राजद्रोही
    जो लोक में संभव न हो- अलौकिक
    जो वचन से परे हो-वचनातीत
    जो वन में घूमता हो- वनचर
    जो वर्णन के बाहर हो- वर्णनातीत
    जो वश में न हुआ हो- अनायत
    जो वस्तु दूसरे के यहाँ रखी हो- धरोहर
    जो विज्ञान जनता है- वैज्ञानिक
    जो विधान या नियम के विरुद्ध हो- असंवैधानिक
    जो विधि या कानून के विरुद्ध है- अवैध, गैरकानूनी
    जो विलंब या टालमटोल से काम करे – दीर्घसूत्री
    जो विश्व का हित चाहता है- विश्वहितैषी
    जो विश्व भर का बंधु है- विश्वबंधु
    जो विश्वास करने योग्य हो- विश्वसनीय
    जो विषय भोग से रहित हो – निरीह
    जो विषय विचार में आ सकता है- विचारगम्य
    जो विषयों में आसक्त्त है- विषयासक्त
    जो व्याकरण जानता है- वैयाकरण
    जो व्याख्या करता है- व्याख्याता
    जो शंका करने वाला योग्य न हो – निःशंक
    जो शक्ति का उपासक हो- शाक्त
    जो शत्रु की हत्या करता है- शत्रुघ्न
    जो शरण में आया हो- शरणागत
    जो शाक का आहार करता है-शाकाहारी
    जो शास्त्र जानता है- शास्त्रज्ञ
    जो शीघ्र किसी बात या युक्ति को सोच ले- प्रत्युत्पन्नमति
    जो शीघ्र ही मरने वाला हो – मरणासन्न
    जो शुद्ध किया जा चुका हो – परिमार्जित
    जो शोक करने योग्य नहीं है- अशोच्य
    जो संगीत जनता हो- संगीतज्ञ
    जो संतान अवैध हो – जारज
    जो सदा से चलता आ रहा है- अनवरत
    जो सदा से चला आ रहा हो – चिरन्तन, शाश्वत
    जो सदैव हाथ में खड्ग लिए रहता हो- खड़गहस्त
    जो सब कुछ जानता है- सर्वज्ञ
    जो सब जगह व्याप्त हो- सर्वव्यापक
    जो सबके आगे रहता हो- अग्रणी
    जो सबके उपयोग के लिए हो – सार्वजनिक
    जो सबके मन की जनता हो- अंतर्यामी
    जो सबको एक समान देखता हो – समदर्शी
    जो सबको एकसमान देखता है- समदर्शी
    जो सबको प्यारा है- सर्वप्रिय
    जो सबको प्राप्त हो सके – सर्वसुलभ
    जो सबको समान भाव से देखे- समदर्शी
    जो सबमें व्याप्त है- सर्वव्यापी
    जो सबमें व्याप्त हो – विभु
    जो समय पर न हो- असामयिक
    जो सम्मान के योग्य हो – माननीय
    जो सरलता से बोध्य समझने योग्य हो- सुबोध
    जो सरों में जनमता है- सरसिज
    जो सर्वशक्तिसम्पत्र है- सर्वशक्तिमान्
    जो सव्य बायें हाथ से हथियार आदि चलाने में सध हुआ हो- सव्यसाची
    जो साँप पकड़ता और उसका खेल करता है- सँपेरा
    जो साँप पकड़ता है- सँपेरा
    जो साधा ठीक किया न जा सके- असाध्य
    जो सुख दुख से परे हो – परमहंस
    जो सुनने में असमर्थ हो – बधिर, बहरा
    जो सुनने में मधुर हो- श्रुतिमधुर
    जो सुनने योग्य हो – श्रव्य
    जो सुनने योग्य हो- श्रोतव्य/श्रवणीय
    जो स्त्री अभिनय करे- अभिनेत्री
    जो स्त्री ऐसी पर्दानशीन है कि सूर्य को भी न देख सके- असूर्यम्पश्या
    जो स्त्री कविता रचती है- कवियित्री
    जो स्त्री के वशीभूत या उसके स्वभाव का है- स्त्रैण
    जो स्त्री सूर्य भी न देख सके- असूर्यम्पाश्या
    जो स्थिर रहे- स्थावर
    जो स्मरण रखने योग्य हो – स्मरणीय
    जो स्वयं पैदा हुआ हो- स्वयंभू
    जो स्वयं ही सिद्ध ठीक हो- स्वयंसिद्ध
    जो स्वार्थ अपनी ही भलाई चाहता है- स्वार्थी
    जो हर बात में निराशा प्रकट करता हो – निराशावादी
    जो हाथों से मुक्त है अर्थात अधिक देने वाला- मुक्तहस्त
    जो हिसाब-किताब की जाँच करता हो- अंकेक्षक
    जो हो न सके – असम्भव
    जो हो सकता- संभव
    जोतने का काम- जुताई

    झ से शुरू होने वाले अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

    झमेला करनेवाला- झमेलिया
    झीं-झीं की तेज आवाज करने वाला कीड़ा- झींगुर
    झूठ बोलने वाला-झूठा

     

     

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